Chitthi To Teri Zalim
Kidar Nath Sharma
चिठ्ठी तो तेरी ज़ालिम
हम नही पढ़ साकते है
और खाली सी बातो को
आँखो से ना जाते है
किसे शायी फसाई नज़रिया
किसे शायी फसाई नज़रिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
सावन और सावन के मेले
सावन और सावन के मेले
हम साजन बिन अकेले अकेले
हम साजन बिन अकेले अकेले
मोरे नैना तो ढूंढे डगरिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
मिल जेया पियाया मोहे किसी बहाने ये
जापियाया देदे सौ सौ आने
पैरो की ये बीच बाज़ारिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
ये संसार मुझको दुख देवे
ये संसार मुझको दुख देवे
डर है तुझे भरमान नही देवे
डर है तुझे भरमान नही देवे
उस सौतन की तीखी नज़रिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया
मोरी बिने ना साजन खबरिया