Jab Kabhi
जब कभी चाँद ना हो
अंधेरी रात हो
डरना कम होगा मुझको
अगर तू साथ हो
जब कभी बादल छाए
या घनी बरसात हो
होगी खुशी हर एक बूँद में
अगर तू साथ हो
इस जहाँ में कोई मेरा
हो भी या ना हो
हर एक लम्हा पर छाएगा
रोशनी से बस अंग में साथ दो
जब कभी (जब कभी)
पास आये (पास आये)
या बुरी (या बुरी)
सौगात हो (सौगात हो)
मुस्कुरा लोंगा मैं तो पल भी
अगर तुम साथ हो (अगर तुम साथ हो)
तुम यहा हो तो सारी
दुनियाँ हैं इधर
सारे अरमान ख्वाब सारे
बनगए है अब तुम्हारी एक नज़र
जब कभी (जब कभी)
दिल घबराए (दिल घबराए)
सामने (सामने)
बात हो
जीत के में दिखलाओंगा
अगर तुम साथ हो (अगर तुम साथ हो)
जब कभी (जब कभी)
हस्ते आए (हस्ते आए)
खुशियों की (खुशियों की)
बारात हो
ज़िंदगी होगी जन्नत (ज़िंदगी होगी जन्नत)
अगर तुम साथ हो (अगर तुम साथ हो)