Pahadon Ke Peechay
Goldie Sohel
पहाड़ों के पीछे है मेरा गांव
तू समुन्दर के उस पार रहती है कहीं
प्यार ये दूरियाँ तो तोड़ना सकी
कुदरत भी इनसे
पीछे है हटी
इस जहाँ में अगर
सच्चा है तो शायद
ये लम्हां यही
मैं यहाँ तू वहाँ
चल कोई बात नहीं
प्यार है सच्चा
ज़रूरी रहना साथ नहीं
थोड़ी देर की बात है
होनी वाली बरसात है
तू देखना, तू देखना
ना होना तू उदास कभी
मैं मिलूँगा तेरे पास वहीँ
तू ढूँढना
हाँ मुझे ढूँढना
बेखबर हम नहीं हैं
हमसफ़र हम वही हैं
ये दौर भी टल जायेगा
रख हौसला वक़्त पे
मैं यहाँ तू वहाँ
चल कोई बात नहीं
प्यार है सच्चा
ज़रूरी रहना साथ नहीं