Udd Chaliyan
हाँ हैं याद मुझको
वो कहानिया जो
बचपन में जो हमे
सिखाई थी यहाँ
दर्द दिल दे है तां सुनावा मैं
तू समझे ना समझावां मैं
दिल ते दुनिया विच फर्क बड़ा
तैनू रात दिन ही सुजावां मैं
इतनी सी थी सपाट भी हाँ
निकली ना ये सारी दुनिया
लो मैं पंख पसारे फिर हाँ
उड़ चलियाँ मैं उड़ चलियाँ
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
सुन ले सुन ले मन का कहा वे
लख लख दिल दा सुकर मनावे
बागी हो या बाज ना आवे
चल फिर भीड़ दा जश्न मनावे
तू ही तेरा यार
नाचना सीखा जा यार
बनेरे डग्ग दे उड़ जावां
जचदे नी छड़ दे उड़ जावां
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
दर्द दिल दे है तां सुनावा मैं
तू समझे ना समझावां मैं
दिल ते दुनिया विच फर्क बड़ा
तैनू रात दिन ही सुजावां मैं
इतनी सी थी सपाट भी हाँ
निकली ना ये सारी दुनिया
लो मैं पंख पसारे फिर हाँ
उड़ चलियाँ मैं उड़ चलियाँ
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं
उड़ चलियाँ मैं