Jawani Kyun Machal Rahi
Dev Kohli
जवानी क्यूँ मचल रही है
तुमसे नज़रें मिलाके
कैसा नशा हुआ है
मेरे तन में दिल को लगाके
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो
मेरा ये रोम रोम छुवो
न छुवा सपनो में आके
चले तन बदन बचाओ
न बचाओ न नज़रे चुराके
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो ए ये ये
आ आ आ आ
आ आ आ आ
तू ही तू हैं तन बदन में ओ जानम ओ ओ ओ
तू हैं रूबरू सिदा मैं जानम ओ ओ ओ
सुन जाने जाना कभी कम न होगी वफ़ा
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो
जवानी क्यूँ मचल रही हैं
तुमसे नज़रें मिलाके
ऐसा नशा हुआ हैं
मेरे दिल में तुमसे लगाके
गोरी का ये धुन दीवाना हू तेरा ओ ओ
दिल तेरा सनम निशाना है मेरा
सुनिये फ़साना सुनादे मुझे ये सदा
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो
मेरा ये रोम रोम
छुओ न छुवा सपनो में आके
चले तन बदन बचाओ
न बचाओ न नज़रे चुराके
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो
यूँ न छोडो दिल न तोड़ो
यूँ न छोडो