Intezaar
तेरे कदमो की वो आहत कुच्छ दिन से नहीं है
तेरी सासों की खुश्बू पर है यहीं
कुच्छ ही पल की थी कुच्छ ही बातें
लगती एक सदी है
परच्छाइयाँ नहीं तेरी छाँव है यहीं
ओ जाओ ना
मुझे पीछे छोड कर तुम
सोचो ना
वापस आ जाओ फिर
मूड के यूँ
पीछे देखो एक बार
में हूँ यहीं
है इंतेज़ार
तेरे लफ़ज़ो की आवाज़ें कुच्छ दिन से नहीं हैं
तेरी धड़कन की गूंजें होती रही
कुच्छ ही पल की थी कुच्छ ही बातें
लगती एक सदी है
परच्छाइयाँ नहीं तेरी छाँव है यहीं
ओ जाओ ना
मुझे पीछे छोड कर तुम
सोचो ना
वापस आ जाओ फिर
मूड के यूँ
पीछे देखो एक बार
में हूँ यहीं
है इंतेज़ार
ओ जाओ ना
मुझे पीछे छोड कर तुम
सोचो ना
वापस आ जाओ फिर
मूड के यूँ
पीछे देखो एक बार
में हूँ यहीं
है इंतेज़ार
ओ जाओ ना
मुझे पीछे छोड कर तुम
सोचो ना
वापस आ जाओ फिर
मूड के यूँ
पीछे देखो एक बार
में हूँ यहीं
है इंतेज़ार