Sau Sau Wari Khat Likhe
सजना तू रुस के ना जाना
मेरे कोडो वे
सजना तू रुस के ना जाना
मेरे कोडो वे
जे तू वध नी तुर जाना मैं तां
मौत दे नाल वे
साफ साफ लब्जों में कहते नहीं
इश्क़ मेरी आँखों में पढ़ते नहीं
सौ सौ वारी खत लिखे
ओ मैंने तेरे नाम के
जगह पे क्यूँ पहुंचे नहीं
सौ सौ वारी खत लिखे
ओ माहि तेरे नाम के
जगह पे क्यूँ पहुंचे नहीं
सौ सौ वारी खत लिखे
ओ मैंने तेरे नाम के
जगह पे क्यूँ पहुंचे नहीं
इश्क़ होया तेरे नाल रब दी मर्ज़ी से
आजा तू आजा मेरे दिल दी अर्जी ऐ
आ आ आ आ आ आ आ
इश्क़ होया तेरे नाल रब दी मर्ज़ी से
आजा तू आजा मेरे दिल दी अर्जी ऐ
तेरा इंतज़ार मैं तां किन्ना करियाँ वे
ये तू जानदा ही नहीं
सौ सौ वारी खत लिखे
मैंने भी तेरे नाम के
जगह पे क्यूँ पहुंचे नहीं
सौ सौ वारी खत लिखे
मैंने भी तेरे नाम के
जगह पे क्यूँ पहुंचे नहीं
सौ सौ वारी खत लिखे
ओ मैंने तेरे नाम के
जगह पे क्यूँ पहुंचे नहीं
लिखे वे तेरे नाम दे माहि नाम दे
सुबह शाम दे
लिखे वे नाम दे माहि नाम दे
लिखे वे लिखे लिखे लिखे तेरे नाम वे
लिखे वे माहि तेरे नाम दे