Awaarapan Banjarapan [2002]
M. M. KREEM, SAYEED QUADRI, Sayeed Quadri, M M Kreem
आवारापन बंजारापन
एक हला है सीने में
हर दम हर पल बेचैनी है
कौन भला है सीने में
इस धरती पर जिस पल सूरज
रोज़ सवेरे उगता है
इस धरती पर जिस पल सूरज
रोज़ सवेरे उगता है
अपने लिए तो ठीक उसी पल
रोज़ ढला है सीने में
आवारापन बंजारापन
एक हला है सिने में
जाने यह कैसी आग लगी है
इस में धुआ ना चिंगारी
जाने यह कैसी आग लगी है
इस में धुआ ना चिंगारी
हो ना हो उस पर कहीं कोई
ख्वाब जला है सीने में
आवारापन बंजारापन
एक हाला है सीने में