Zindagi Ka Safar
INDIWAR, GAGAN SINGH, VIKAAS VISHAWKARMA
ज़िन्दगी को बहुत प्यार हमने दिया
मौत से भी मोहब्बत निभायेंगे हम
रोते-रोते ज़माने में आये मगर
हँसते-हँसते ज़माने से जाएँगे हम
जाएँगे पर किधर, है किसे ये खबर
कोई समझा नहीं कोई जाना नहीं
अ अ ओ ओ हू हू हू
ऐसे जीवन भी हैं, जो जिए ही नहीं
जिनको जीने से पहले ही मौत आ गयी
फूल ऐसे भी हैं, जो खिले ही नहीं
जिनको खिलने से पहले खिज़ाँ खा गयी
है परेशां नज़र, थक गए चारागर
कोई समझा नहीं कोई जाना नहीं
ज़िन्दगी का सफ़र, है ये कैसा सफ़र