Tu Salaamat Rahe
दर्द है बेपनाह फिर भी दिल की है ये दुआ
तू सलामत रहे
रब से है इल्तजा, पाए तू कोई ना सज
तू सलामत रहे
तू सलामत रहे
तू बेवफा तो क्या हुआ
चाहे दिल तू सदा सलामत रहे
तू बेवफा तो क्या हुआ
चाहे दिल तू सदा सलामत रहीं
नजुक से दिल के टुकड़े यूं ही मिले हैं बिखेरे
बेबसी कैसी है ये
नजुक से दिल के टुकड़े यूं ही मिले हैं बिखेरे
बेबसी कैसी है ये
मैंने तुझसे जो की वफ़ा, उसकी है ये सजा
तू बेवफा तो क्या हुआ,
चाहे दिल तू सदा सलामत रहे
तू बेवफा तो क्या हुआ
चाहे दिल तू सदा सलामत रहीं
माफ़ी तलाफ़ी कर ली, मिन्नत भी काफ़ी कर ली
खो दिया फिर भी तुझे
माफ़ी तलाफ़ी कर ली, मिन्नत भी काफ़ी कर ली
खो दिया फिर भी तुझे
रहतें न मिली जरा, घूम से है दिल भरा
तू बेवफा तो क्या हुआ,
चाहे दिल तू सदा सलामत रहीं
तू बेवफा तो क्या हुआ,
चाहे दिल तू सदा सलामत रहीं
दर्द है बेपनाह फिर भी दिल की है ये दुआ
तू सलामत रहे
रब से है इल्तजा, पाए तू कोई ना सज
तू सलामत रहे
तू बेवफा तो क्या हुआ,
चाहे दिल तू सदा सलामत रहीं
तू बेवफा तो क्या हुआ,
चाहे दिल तू सदा सलामत रहीं