Fraud

Hina Nasrulah

सजना वाजू हार गई
जग नाल पए गया बैर
मेरा की मैं कमली हो गई
तेरी हो गई खैर

तेरी तस्वीर इस दिल से मिटाता कैसे
मैं गुनाहगार था इस दुनिया को बताता कैसे
आग जो उसने जला दी
उस तपिश को सीने से लगाता कैसे

मेरे दिलदार सनम
किया तूने क्या सितम
तेरे प्यार में हो गए रुसवा

मिला मुझे ऐसा धोखा
दिल चीर दिया तूने
तेरा ऐतबार किया

वादा तेरा झूठा
तूने मुझे है लूटा
तेरे प्यार में कहीं की ना रही
कैसे मैं सुनाऊं
मैं इश्क़ की ये कहानी
तेरी मेरी अधूरी रही
तेरे हाथों में अपनी जां दी थी
तेरा ऐतबार किया तूने ऐसा क्यूं किया
मेरी जान अब मेरी ना रही

धोखा तूने ऐसा दिया
दिल चीर दिया
क्यूं है मैंने तुझे प्यार किया

तेरी आख्यान दे कॉल छड़ दुनिआ दे रोले
बह क रेहगाई स जहां छड़ के
सुक्की सां नल मैं कड़े कई साल मैं
मर जवान मैं ता तेरे सड़के
क्यों तू बेवफा उनकेलिए मई गई मई कहि क न रही

मेरे दिलदार सनम
किया तूने कैसा सितम
तेरे प्यार में हुए रुसवा

मिले तुझे ऐसा धोखा
दिल चीर दिया
क्यूं तेरा ऐतबार किया

Wissenswertes über das Lied Fraud von Ali Zafar

Wann wurde das Lied “Fraud” von Ali Zafar veröffentlicht?
Das Lied Fraud wurde im Jahr 2022, auf dem Album “Fraud” veröffentlicht.
Wer hat das Lied “Fraud” von Ali Zafar komponiert?
Das Lied “Fraud” von Ali Zafar wurde von Hina Nasrulah komponiert.

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