Jabse Dekha Hai
जब से देखा है
तेरे हाथ का चाँद
मैंने देखा नहीं
रात का चाँद
ओह ओह जब से देखा है
तेरे हाथ का चाँद
मैंने देखा नहीं
रात का चाँद
दिल मेरा खो गया
बेखबर हो गया
दिल मेरा खो गया
बेखबर हो गया
कैसा था पहली
मुलाकात का चाँद
जब से देखा है
तेरे हाथ का चाँद
मैंने देखा नहीं
रात का चाँद
खुली खिड़की से हवा जो आये
तेरी आँचल की
वो खुशबू लाये
चलाया जादू
यह तूने कैसा
के हाल है मेरा
दीवानो जैसा
आसमान झुक गया
पल वही रुक गया
कोई आहट हुवी तो
धड़कने लगा दिल मेरा
ओह ओह
जब से देखा है
तेरे हाथ का चाँद
मैंने देखा नहीं
रात का चाँद
ओह हमेशा मुझको तेरी याद आयी
तुझे ही चाहे मेरी तन्हाई
तुझे मैं सोचो
अकेले पन में
तेरी धड़कन है
मेरी धड़कन में
रात भर जागती
यह दुआ मांगती
मेरे मेहबूब जल्दी से
अब सामना हो तेरा
ओह ओह
जब से देखा है
तेरे हाथ का चाँद
मैंने देखा नहीं
रात का चाँद
दिल मेरा खो गया
बेखबर हो गया
दिल मेरा खो गया
बेखबर हो गया
कैसा था पहली
मुलाकात का चाँद
जब से देखा है
तेरे हाथ का चाँद
मैंने देखा नहीं
रात का चाँद