Kuch Kuch Hota Hai [Sad]
SAMEER ANJAAN, JATIN PANDIT, LALITRAJ PANDIT
जान-इ-वफ़ा होके बेक़रार
जान-इ-वफ़ा होके बेक़रार
बरसों किया मैंने इंतज़ार
पर कभी तूने नहीं
यह तब कहा
जो अब कहा
दिल बेबसी में
चुपके से रोता है
क्या करूँ हाय
कुछ कुछ होता है
क्या करूँ हाय
कुछ कुछ होता है
आआ आआ आ आआआआ आ
आआ आआ आ आआआआ आ