Mere Humsafar

Akhtar Javed, Anu Malik

आ आ आ आ
आ आ आ आ

मेरे हमसफ़र
हा
बोलो सोचकर
क्या
मुझमे तुमको अच्छा क्या लगा
तेरा मुस्कुराना तेरा शरमाना
नज़रे मिलाना हा

मेरे हमसफ़र
हा
बोलो सोचकर
क्या
मुझमे तुमको अच्छा क्या लगा
तेरा याराना बाते बनाना
सपने दिखाना

ओ ओ ओ ओ

रूप का रस यूही पीते-पीते
भर तो ना जाएगा दिल कही मुझसे
रूप का रस यूही पीते-पीते
भर तो ना जाएगा दिल कही मुझसे

जब तक फूल खिलेंगे, फुलो पे होगी शबनम
तब तक आग मिलन की हो ना पाएगी कम
मेरे हमसफ़र
हा
बोलो सोचकर
क्या
मुझमे तुमको अच्छा क्या लगा
तेरी प्यारी आँखे, तेरी मीठी बाते
दिल का तो क्या कहना

सारे जहाँ की नज़रो से छुपकर
हर घड़ी हर पल प्यार करेंगे
सारे जहाँ की नज़रो से छुपकर
हर घड़ी हर पल प्यार करेंगे
ढूंड ना सकेगी हमको कभी जुदाई
सब कुछ मैने पाया जो तेरी मोहब्बत पाई
मेरे हमसफ़र
हा
बोलो सोचकर
क्या
मुझमे तुमको अच्छा क्या लगा
तेरा तड़पाना तेरा बहलाना
तेरा पास आना

मेरे हमसफ़र
हा
बोलो सोचकर
क्या
मुझमे तुमको अच्छा क्या लगा
तेरा मुस्कुराना तेरा शरमाना
नज़रे मिलाना हा

हम्म
हम्म
हम्म
हम्म
हम्म
हम्म हम्म
हम्म
हम्म
हम्म
हम्म
हम्म
हम्म हम्म

Wissenswertes über das Lied Mere Humsafar von Alka Yagnik

Wer hat das Lied “Mere Humsafar” von Alka Yagnik komponiert?
Das Lied “Mere Humsafar” von Alka Yagnik wurde von Akhtar Javed, Anu Malik komponiert.

Beliebteste Lieder von Alka Yagnik

Andere Künstler von Indie rock