Munde Aur Kudiya

ANAND CHITRAGUPTA, MILIND CHITRAGUPTA, SAMEER LALJI ANJAAN

कुड़ी कुड़ी कुड़ी कुड़ी कुड़ी कुड़ी कुड़ी कुड़ी

मुंडे और कुड़ियां disco भांगड़ा करने आये हैं

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

ऐश करने वाली सारी चीज़ें संग लाई है

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

मुंडे और कुड़ियां disco भांगड़ा करने आये हैं

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

ऐश करने वाली सारी चीज़ें संग लाये है

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

मिलना है हम में मिलेंगे किसी बहाने से
रात को न रोके पापी बोल दो जमाने से
हम खुल के करेंगे प्यार कि अब किसी से नइयों डरना
हम खुल के करेंगे प्यार कि अब किसी से नइयों डरना
हैं मुंडे और कुड़ियां disco भांगड़ा करने आये हैं

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

ऐश करने वाली सारी चीज़ें संग लाये है

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

मौसम है जीने का जिलों यारो
दिलबर की आँखों से पिलो यारो

हां मौसम है जीने का जिलों यारो
दिलबर की आँखों से पिलो यारो

हा रे हा उसकी रवानी का

शोख ज़िंदगानी का
लूट ले जवानी का मज़ा
हम खुल के करेंगे प्यार किसीसे अब नइयों डरना
हम खुल के करेंगे प्यार किसीसे अब नइयों डरना
हैं मुंडे और कुड़ियां disco भांगड़ा करने आये हैं

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

हैं ऐश करने वाली सारी चीज़ें संग लाये है

हायो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा हो रब्बा

ओ हो ओ
हो ओ ओ
हा ओ हो ओ ए परेहट
ओ हो हट तेरते

ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ

ये है दीवाने अभी इनको क्या पता है
इनको बताओ ये जवानी का नशा है
दो घड़ी दो पल का मजा है
इनको समझाओ ये ज़िद पर अड़ गए हैं
कि मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं

ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं

अरे सब के सब हैरान है जाके
पूछो इनके घर में पढ़ना लिखना भूल गए हैं
ये कुड़ियों के चक्कर में
दिन भर सोते रहते है रात को disco जाते है
खुद भी पीते है और कुडियो का भी होश उड़ाते है
वक़्त है इनसे आगे है और ये बिगड़ गए हैं
मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं

ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं
ये मुंडे बिगड़ गए हैं

Wissenswertes über das Lied Munde Aur Kudiya von Alka Yagnik

Wer hat das Lied “Munde Aur Kudiya” von Alka Yagnik komponiert?
Das Lied “Munde Aur Kudiya” von Alka Yagnik wurde von ANAND CHITRAGUPTA, MILIND CHITRAGUPTA, SAMEER LALJI ANJAAN komponiert.

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