Pyar Ki Kashti Mein [Summer Of Love]

Kumar Sawan Tak, Roshan Rajesh

प्यार की कश्ती में
लहरों की मस्ती में
पवन के शोर शोर में
चले हम ज़ोर ज़ोर में
गगन से दूर

वहां क्या प्यार मिलेगा
चमन का फूल खिलेगा
जिसे दिल ढूंढ रहा है
क्या वह दिलदार मिलेगा

वहां सच होंगे सपने
बनेंगे गैर भी अपने
दिल की बारात सजेगी
मिलेंगे साजन अपने

मैंने सुना क्या सुना
जो कहा क्या कहा
जाना है बहुत दूर
प्यार की कश्ती में
लहरों की मस्ती में
पवन के शोर शोर में
चलें हम ज़ोर ज़ोर में
गगन से दूर

प्यार को प्यार मिले तो
नज़र कहीं लग न जाए
मिले जीवन में हम तुम
कही फिर बिछड़ न जाएँ

नज़र क्या लगे वहां पर
है प्यार ही प्यार जहाँ पर
न बिछड़े मिलने वाले
जहाँ सब हों दिल वाले

तो चलो चले
हां चलें यूँ मिलके हाँ मिलके
होके ख़ुशी में चूर
प्यार की कश्ती में
लहरों की मस्ती में
पवन के शोर शोर में
चलें हम ज़ोर ज़ोर में
गगन से दूर

Wissenswertes über das Lied Pyar Ki Kashti Mein [Summer Of Love] von Alka Yagnik

Wer hat das Lied “Pyar Ki Kashti Mein [Summer Of Love]” von Alka Yagnik komponiert?
Das Lied “Pyar Ki Kashti Mein [Summer Of Love]” von Alka Yagnik wurde von Kumar Sawan Tak, Roshan Rajesh komponiert.

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