Yaadein Bani Parchaiyan [Duet]
यादें बनी परछाईयाँ
चारों तरफ है तनहाईयाँ सनम
यादें बनी परछाईयाँ
चारों तरफ है तनहाईयाँ सनम
आग में दबा जैसे धुआँ
है यही हमारी दास्तान
यादें बनी परछाईयाँ
चारों तरफ है तनहाईयाँ सनम
आग में दबा जैसे धुआँ
है यही हमारी दास्तान
यादें बनी परछाईयाँ
क्या करे हम भला
हो बेवजह सी लगती ज़िंदगी
तुम वजह ढूंड लो
ज़िंदगी में आएगी खुशी
कह रही है क्या खामोशियाँ
दूरियाँ रहे ना दरमियाँ
यादें बनी परछाईयाँ
जो खुदा हो खफा
हाँ आदमी करे तो क्या करे
क्या तुम्हे है पता
वक़्त सारे ज़ख़्मो को भरे
जल गया हमारा आशियाँ
हम नया बनाएँगे जहाँ
यादें बनी परछाईयाँ
चारों तरफ है तनहाईयाँ सनम
यादें बनी परछाईयाँ
चारों तरफ है तनहाईयाँ सनम
आग में दबा जैसे धुआँ
है यही हमारी दास्तान
आग में दबा जैसे धुआँ
है यही हमारी दास्तान