Yeh Dharti Yeh Ambar Jab Se [Pt. 1ii]
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
कोई हमे फीर दूर ना कर दे
माँग मेरी सिंदूर से भर दे
मै तेरी हूँ कहदे सबसे
मै तेरी हूँ कहदे सबसे
तेरा मेरा प्रेम है तब से
यह धरती यह अम्बार जब से
यह धरती यह अम्बार जब से
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ