Dheere Dheere
धीरे-धीरे धीमी हुई
आंच अगन में
लाखो संदेह के भी
पंछी है मन में
हारूंगा ना हारूंगा ना मन से कहूँ
ढ़ीली ढाली राहो में मैं तन के रहु
माना मन बेमज़ा है
जीना भी एक सजा है
ढला जहां दिन वहां चढ़ना है
रुका हुआ राही आगे बढ़ना भी है
धीरे धीरे धीमी हुई आंच अगन में
लाखो संदेह के भी पंछी है मन में
हो जहाँ मैंने जाना है जगमग
कहते स्वर्ग है वहां
हो यही कहीं धरती पे स्वर्ग है तो देखू में
मरने पे जग मर जाना
सांसो की गाड़ी ये चलती है
चढ़ जाये जाना है सबको वहां
माना मन बेमज़ा है
जीना भी एक सजा है
ढला जहां दिन वहां चढ़ना है
रुका हुआ राही आगे बढ़ना भी है
धीरे धीरे धीमी हुई आंच अगन में
लाखो संदेह के भी पंछी है मन में
हो मैंने छोड़ा पीछे दुनिया के डर को
पहले समय ना रहा
अभी अभी थामा मैंने मर्ज़ी के हाथों को
चला जहां मन चाहे जाना
सांसो की माला में
मर्ज़ी का धागा हो
संतो ने है ये कहा
माना मन बेमज़ा है
जीना भी एक सजा है
ढला जहां दिन वहां चढ़ना भी है
रुका हुआ राही आगे बढ़ना भी है
हो धीरे धीरे धीमी हुई आंच अगन में
लाखो संदेह के भी पंछी है मन में