Iss Dil Mein
इस दिल में दो दिल हैं
किसकी सुने
आपस में दोनो
हैं उल्झे हुए
पलकों में वो जिनपे
जो ख्वाब थे
क्यूँ बेरुखी के हैं
आँसू लगे
मैं भी यहाँ
तू भी यहाँ
यूँ फासले बेइंतेहा
तू जो खफा मुझसे खफा
मेरा खुदा
क्यूँ बेवजह ये हो रहा
मुझसे मेरा
सब खो रहा
क्या दिल तेरा भी रो राहा
मेरी तरह
इस दिल में दो दिल हैं
किसकी सुने
आपस में दोनो
हैं उल्झे हुए
बस हर पल हँसते थे
कैसा वो समा प्यारा था ना
तुम भी थे मैं भी था
महका वो घर हमरा था ना
करलो शिकायत मगर
ऐसे तो खफा ना रहो
जो है बात कह दो
हमे दिल में इस तरह ना रखो
तुमको कभी
कहने से रोका ना था
रास्ता दिखे
ये जैसे वैसे ना था
इस दिल में दो दिल हैं
किसकी सुने
आपस में दोनो
हैं उल्झे हुए
पलकों में वो जिनपे
जो ख्वाब थे
क्यूँ बेरुखी के हैं
आँसू लगे