Kuch To Hai
आहटें कैसी ये आहटें
सुनता हूँ आज कल ए दिल बता
दस्तकें देते हैं दस्तकें
क्यों अजनबी से पल ए दिल बता
कुछ तो है जो नींद आये कम
कुछ तो है जो आँखें है नम
कुछ तो है जो तू कह दे तो
हँसते हँसते मर जाएँ हम
हे हे आ आ हे हे हो हो हे हे
मुझसे ज़्यादा मेरे जैसा
कोई है तो है तू
फिर ना जाने दिल मेरा क्यूँ
तुझको ना दे सकूँ
कुछ तो है जो दिल घबराये
कुछ तो है जो साँस ना आये
कुछ तो है जो हम होंठों से
कहते कहते कह ना पाएँ
हे हे आ आ हे हे आ आ हे हे हो हो ह हे
जो हमारे दरमियाँ है
इसको हम क्या कहें
इश्क़ क्या है इक लहर है
आओ इसमें बहें
कुछ तो है जो हम हैं खोये
कुछ तो है जो तुम ना सोये
कुछ तो है जो हम दोनों यूँ
हँसते हँसते इतना रोये
हे हे आ आ हे हे आ आ हे हे हो हो ह हे