Taare Hai Baraati
Akhtar Javed
अँखियाँ मिलाके चन्ना पावे ना जुदाई वे
अँखियाँ मिलाके चन्ना पावे ना जुदाई वे
देवे ना तारी मेनू सारी खुदाई
अँखियाँ मिलाके
तू है जीवन में जो प्रीतम
सुख नहीं मांगू दूजा
आरती नैनों से करती हूँ मन से तेरी पूजा
में तो धरम ही समझूँ तेरी कही हुई हर बात
सातों फेरे होंगे अब हाथों में लेके हाथ
जीवन साथी हम दिया और बाती हम
जीवन साथी हम दिया और बाती हम
तारे है बाराती चांदनी है ये बारात
सातों फेरे होंगे अब हाथों में लेके हाथ
सातों फेरे होंगे अब हाथों में लेके हाथ
जीवन साथी हम दिया और बाती हम
जीवन साथी हम दिया और बाती हम
अँखियाँ मिलाके