Tum Jo Mil Gaye Ho

KAIFI AZMI, SANDEEP BANKESHWAR

तुम जो मिल गये हो तो ये लगता है
तुम जो मिल गये हो तो ये लगता है
के जहाँ मिल गया
के जहाँ मिल गया

तुम जो मिल गये हो तो ये लगता है
तुम जो मिल गये हो तो ये लगता है
के जहाँ मिल गया
के जहाँ मिल गया

आवारा कदमों को घर मिल गया
सूखे ब्रखतो को सावन मिल गया
हर तरफ नूर है तेरे एहसास का
ज़िंदगी जी उठी जब से तू मिल गया

तुम भी थे खोए खोए
मैं भी हूं बुजी बुजी
था अजनबी ज़माना
अपना ना था कोई
हो ओ दिल को जो मिल गया है तेरा सहारा
हां एक नयी ज़िंदगी का इशारा मिल गया
के जहाँ मिल गया

फूल कलियो पे रंगत नई आ गयी
मेरी गलियों में फिर रोशनी आ गयी
सबको जीने का मक़सद नया मिल गया
ज़िंदगी जी उठी जब से तू मिल गया

बैठो ना दूर हमसे
देखो खफा ना हो
किस्मत से मिल गये हो
मिल के जुदा ना हो
मेरी क्या ख़ाता है
होता है ये भी
के ज़मीन से भी कभी
आसमान मिल गया

मिल गया ओ
के जहाँ
के जहाँ मिल गया
मिल गया
के जहाँ
मिल गया

Wissenswertes über das Lied Tum Jo Mil Gaye Ho von Ash King

Wer hat das Lied “Tum Jo Mil Gaye Ho” von Ash King komponiert?
Das Lied “Tum Jo Mil Gaye Ho” von Ash King wurde von KAIFI AZMI, SANDEEP BANKESHWAR komponiert.

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