Chanda Ki Doli Taron Ki Toli
चंदा की डॉली तारो की टोली
किसकी है यह बारात
यह कौन भोली साजन की होली
ना जाने आज की रात
आज की रात आज की
रात आज की रात रे
हाए ना जाने आज की रात
यह किसने पहनी प्रीत के गहने
घूँघट निकाला आज
घूँघट निकाला आज
यह किसके अंगना आई है सजना
पहरे पे बैठी लाज़
पहरे पे बैठी लाज़
पहरे पे बैठी लाज़
अरे मटका के अंखिया
करता है बतिया
यह कौन किसके साथ
आज की रात आज की
रात आज की रात रे
ना जाने आज की रात
बन तन के चलती साजन की नगरी
बाबुल का छ्चोड़ा देश
हे रे बाबुल का छ्चोड़ा देश
हाए देखे जुदाई किसके लगाई
सखियो के मान को तेश
हे री सखियो के मान को तेश
हाए सखियो के मान को तेश
कुछ म्युस्कुरके
पुच्च् तो जाके
सहनाई से यह बात
आज की रात आज की
रात आज की रात रे
ना जाने आज की रात
चंदा की डॉली तारो की टोली
किसकी है यह बारात
यह कौन भोली साजन की होली
ना जाने आज की रात
आज की रात आज की
रात आज की रात रे
ना जाने आज की रात