Subah Dupahar Sham Savere
सुबह दोपहर शाम सवेरे
चाहे लगा लो सौ सौ फेरि
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
सुबह दोपहर शाम सवेरे
चाहे लगा लो सौ सौ फेरि
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
माना के मेरे बिना रह न सकोगे
तुम नहीं घबराना
माना के मेरे बिना रह न सकोगे
तुम नहीं घबराना
आना जो होगा तो मैं खुद चली आऊंगी
तुम नहीं आना
सुरखी लागौ चाहे रूप निखारू
कजरा दालु चाहे माँग सवरू
पर मेरी है
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
तेरा मेरा मेल भी अजीब है
तेरा मेरा मेल भी अजीब है
तू मिला तो ये मेरा नसीब है
जैसे चाँद चाँदनी का साथ है
तू भी मेरे उतना ही करीब है
तेरा मेरा मेल भी अजीब है
दिल पे तू काबू न पाये
मेरे बिना तू पागल हो जाये
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
इसने भी देखा और उसने भी देखा
हम दोनों का मिलना
इसने भी देखा और उसने भी देखा
हम दोनों का मिलना
गली गली के हर मोड़ पे सुनलो
लोगो का जलना
चाहे मैं तुझको लाख बुलाऊ
सर ताकरौ शोर मचाओ
पर मेरी हाय
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को अगर तू मुझसे दूर रहे
रात को अगर तू मुझसे दूर रहे
इसमें कोई बात तो जरूर है
रात भर जुदाई का न ग़म करो
दिल तो सारा आप का हज़ूर है
रात को अगर तू मुझसे दूर रहे
रात का अपना बदला इरादा
दिन का मुझसे लेलो वादा
पर मेरी हाय
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
सुबह दोपहर शाम सवेरे
चाहे लगा लो सौ सौ फेरि
पर मेरी गली में सैया
रात को आना
रात को आना मुलाकात को आना
रात को आना मुलाकात को आना