Toot Paini Marjani
टूट पैनी हो टूट पेनी मरजानी जवानी क्यू आई
ये जवानी क्यू आई
मेरा गलियो मे आना जाना बंद हो गया
मेरा गलियो मे आना जाना बंद हो गया
कहा जौ कहा जौ घबराऊ छुपाऊ किससे
में छुपाऊ किससे
बैरी रूप मेरा सब की पसंद हो गया
बैरी रूप मेरा सब की पसंद हो गया
कोई मेरा प्यार माँगे कोई इकरार माँगे
दिल बेकरार हुआ अब क्या करू
एक ही तो दिल है बड़ी मुस्किल है
इससे हा काहु या उसे ना काहु
अरे जान ना पहचान है ये इतना नादान
है ये इतना नादान
मेरी मर्ज़ी के बिना रज़ामंद हो गया
मेरी मर्ज़ी के बिना रज़ामंद हो गया
टूट पेनी मरजानी जवानी क्यू आई
ये जवानी क्यू आई
मेरा गलियो मे आना जाना बंद हो गया
मेरा गलियो मे आना जाना
आ गया देखो जिसका मुझे इंतज़ार था
जिसकी निगाहो पे डिल मेरा निसार था
में तो जानू तुम ना जानो जिसकी कहानिया
सुनो थानेदार जी उसकी निसनिया, उसकी निसनिया
कवि सी बोली है तोते सी नाक है
पलके लंगूर सी है आप जैसी आँख है
भोली सकल वाला गालो पे तिल वाला
नियत है भेड़िए की, पठार के दिल वाला
जाके तुम उसको पकड़ मुफ़्त मे दो चार चपल
खड़ा है पीछे जाकर कटे चक्कर पे चक्कर
लगता है उल्लू जैसा लोमड़ी सी डंग है
बसा चालक है गिरगिट के रंग है
कोई दया नही कोई शरम नही
कोई ईमान नही कोई धरम नही
बड़ा जल्लाद है वो बड़ा कातिल है वो
उस पे नज़र मेरी उस पे ही दिल है
ले जावा तेरा दिल ले जावा तेरा दिल
ले जावा तेरा दिल
यही कही है कन्हैया जाओ ढूंढो रे सिपाहिया
जाओ ढूंढो रे सिपाहिया
मेरा दिल तो उसी का रज़ामंद हो गया
मेरा दिल तो उसी का रज़ामंद हो गया
तेरा गलियो मे आना जाना बंद हो गया
तेरा गलियो मे आना जाना बंद हो गया