Ram
युद्ध धर्म
प्रेम त्याग
मृत्युलोके
एक विराग
रक्तवाहिनी में राम
रिक्त शेष मेरा नाम
धाम साकेत का संकेत
अंत शंखनाद
मन में राग प्रीत लाग
नामदेव राम राम
काहे भेद काहे खेद
गंगा में समान रेत
कालचक्र शाश्वत
इक श्वास अटल विराम
मोह देह व स्नेह
मोल मूल अंत श्याम
रक्तवाहिनी में राम
रिक्त शेष मेरा नाम
मित्र वासुदेव सत्संग चित्त धैर्यवान
चालीसा शिवा स्तुति तो रिद्धि-सिद्धि इक समान
दान मान ज्ञान संग एक भाव एक ध्यान
हम प्रजा अयोध्या के प्रभु दो चरणों में तुम स्थान
नयन मूंद अश्रु बूंद
कर विचारहीन काम
स्थिरसुखम् आसनम्
चार कंधे चार धाम
रक्तवाहिनी में राम
रिक्त शेष मेरा नाम
मन में राग प्रीत लाग
रोम रोम राम राम
युद्ध धर्म
प्रेम त्याग
मृत्युलोके
एक विराग
रक्तवाहिनी में राम
रिक्त शेष मेरा नाम
धाम साकेत का संकेत
अंत शंखनाद
मन में राग प्रीत लाग
नामदेव राम राम