GHUNGHAT KE PAT KHOL
घूँघट के पट खोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
घट घट मैं तोरे कई बसत है
घट घट मैं तोरे कई बसत है
कतहु बचन मत बोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
धन जोबन का गरब न कीजे
धन जोबन का गरब न कीजे
झूठा इनका मोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
जाग जातां से रंग महल में
जाग जातां से रंग महल में
पिया पायो अनमोल रे
घूँघट के पट खोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
सूने मंदिर
सूने मन्दिर दिया जला के
सूने मन्दिर दिया जला के
आसन से मत डोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे
तोहे पिया मिलेंगे
घूँघट के पट खोल रे