Kaise Le Jaoon Rakhia Main Bhaiya
कैसे ले अओ
राखिया मैं भैया
मोरे पाँव में बेड़ी पड़ी
हो पाँव में बेड़ी पड़ी
सांस बैरन बड़ी
घाट निगर घड़ी
राह को रोके खड़ी
हो राह को रोके खड़ी
सोने की खारी पान सुपारी
सब कुछ है बेकार
जिस घर में ना बीर मोरा
वाहा ना आए त्योर
आई है शुभ घड़ी
चोट सी दिल पे पड़ी
सिने में बरछी गढ़ी
हो पाँव में बेड़ी पड़ी
जग की बहने नाचे गये
धूम मचाए बीर
अपनी सुनी कलाई लेकर
राह तके मोरा बीर
हू जो बेबस बड़ी
रखी लिए हू खड़ी
रोती हू मैं हर घड़ी
हो पाँव में बेड़ी पड़ी
रिमझिम रिमझिम सावन बरसे
नीर बहावे नैन
जब तक तोरे पास ना पहुँचू
कैसे पड़े मोहे चैन
खुश है दुनिया बड़ी
और यहा हर घड़ी
तुझपे है विपदा कड़ी
हो पाँव में बेड़ी पड़ी
कैसे ले आऊं
राखिया मैं भैया
मोरे पाँव में बेड़ी पड़ी