Kismat Mein Bichhadna Tha [Short]
किस्मत में बिच्छादना था
हुई क्यों उनसे मुलाकात रे
ना रुत तू मुझसे प्यार के
मेरा दिल नही मेरे हाथ रे
किस्मत में बिच्छादना था
हुई क्यों उनसे मुलाकात रे
तू कों है ये मालूम नही
तू कों है ये मालूम नही
फिर दिल क्यो तुझे बुलाता है
तक़दीर ने छ्चोड़ा साथ मगर
तू छोड़ ना मेरा साथ रे
किस्मत में बिच्छादना था
हुई क्यों उनसे मुलाकात रे
मैं अपना सब कुच्छ खो बैठा
मैं अपना सब कुच्छ खो बैठा
क्या प्यार में तेरा बिच्छड़ा रे
तू आके देख इक बार है मेरी
अंखहो में बरसात रे
किस्मत में बिछड़ना था
हुई क्यों उनसे मुलाकात रे
याद आके ना रास्ता रोक मेरा
याद आके ना रास्ता रोक मेरा
मुझे जाने दे, मुझे जाने दे
इक बार लौट के आ थम ले
आकर मेरा हाथ रे
किस्मत में बिच्छादना था
हुई क्यों उनसे मुलाकात रे