Neel Kanth Nahi Aaye
नही आए नही आए ओ मेरे सुना जीवनपन
नीलकंत नही आए ओ नीलकंत नही आए
रे मोरे टन मान भड़के जाए नीलकंत नही आए
ओ नीलकंत नही आए
आग लगी है अंदर मे अँखियाँ मे बरसात
अँखियाँ मे बरसात डर्स को नैना तरस रहे है
खोजत है दिन रत बहते आँसू गंगा बने
पर गंगाधर नही आए हो नीलकंत नही आए
हो नीलकंत नही आए
क्या है सूखे ये वरमाला क्या है झूठे तार
क्या होता तुझसे विषम्भर दूजे पिता समान
दूजे पिता समान आओ ना तरसाओ
पारितम कहे देर लगाए कहे देर लगाए
ओ मेरे सुना जीवन पं नीलकंत नही आए
ओ नीलकंत नही आए रे मोरे टन मान भड़के जाए
नील कंठ नही आए ओ नील कंठ नही आए