Re Bawree
Hussain Haidry
रे बावरे
तेरी छाया, जाने तू
रे बावरे, तू क्या जानी, जाने तू
गम ना लागे
रह ना जाए
हो सुध बुध तो भूल भी तो जाई बावरे(हो सुध बुध तो भूल भी तो जाई बावरे)
बाँध के तेरे, पैर तले, जाए बावरे(बाँध के तेरे, पैर तले, जाए बावरे)
पल-पल पे, रग-रग मे है बावरे(पल-पल पे, रग-रग मे है बावरे)
मन-तन का, धन बल का, बावरे
मन का ये जोग कोई हो
मन ही मन में कहे
मन खोए जो पाए वो
ओह फिर जतन से वही
पल पल जिन के राह तकती
हुलचल चाहे साँसे करती
रोके से ना प्रीत रुकती
हाए बावरी
धीमी धीमी ताप जलती
हल्की हल्की बूँदें गिरती
रोके से ना प्रीत रुकती
हाए बावरी
रे बावरे
तेरी छाया, जाने तू
रे बावरे, तू क्या जानी, जाने तू