Aaj ki baat kal pay kyun taalo
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
हो ओ ओ आज की बात कल पे क्यूँ टालों
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
कल जो कहना है, हो ओ कल जो कहना है आज कह डालों
कल जो कहना है आज कह डालों
आज की बात कल पे क्यूँ टालों (आज की बात कल पे क्यूँ टालों)
मेरी उलझन चले हो सुलझाने
मेरी उलझन चले हो सुलझाने
मेरी उलझन चले हो सुलझाने
पहले जुल्फ़े तो, हो ओ पहले जुल्फ़े तो अपनी सुलझा लो ओ ओ
पहले जुल्फ़े तो अपनी सुलझा लो ओ
पहले जुल्फ़े तो अपनी सुलझा लो ओ
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
वो गली जान ले के रहती है
वो गली जान ले के रहती है
वो गली जान ले के रहती है
मेरी मानो तो, हो ओ मेरी मानों तो दिल को समझा लो
हो ओ ओ मेरी मानों तो दिल को समझा लो ओ
मेरी मानों तो दिल को समझा लो ओ ओ
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
आज की रात फिर मिले ना मिले
आज की रात फिर मिले ना मिले
आज की रात फिर मिले ना मिले
बात जितनी है, हे हे बात जितनी है दिल में कह डालो
बात जितनी है दिल में कह डालो ओ ओ
बात जितनी है दिल में कह डालो ओ ओ
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
दिल की उलझन से गर निकलना है
दिल की उलझन से गर निकलना है
दिल की उलझन से गर निकलना है
दिल को उलझन में, हो ओ ओ दिल को उलझन में और उलझा लो
हो ओ ओ दिल को उलझन में और उलझा लो ओ ओ
दिल को उलझन में और उलझा लो ओ ओ
आज की बात कल पे क्यूँ टालों
आ आ आ आ, आ आ आ आ
आ आ आ आ, आ आ आ आ
मंजिले इश्क है कहा नौशाद
आ आ आ आ, आ आ आ आ
मंजिले इश्क है कहा नौशाद
मंजिले इश्क है कहा नौशाद (मंजिले इश्क है कहा नौशाद)
शौक ही है तो
हो ओ शौक ही है तो
हा आ शौक ही है तो ठोकरे खा लो
हा आ कल जो कहना है आज कह डालों
कल जो कहना है आज कह डालों ओ ओ
आज की बात कल पे क्यूँ टालों (आज की बात कल पे क्यूँ टालों)
आज की बात कल पे क्यूँ टालों (आज की बात कल पे क्यूँ टालों)