Dil Hi To Hai [extended]

Ghalib Mirza, Jagjit Singh

दिल ही तो है ना संग-ओ-खिश्त
दिल ही तो है ना संग-ओ-खिश्त
रॉयंगे हम हजार बार
कोई हमें सताए क्यों
दिल ही तो है ना संग-ओ-खिश्त
दर्द से भर ना आए क्यों

डेर नहीं, हराम नहीं
डर नहीं, आस्तान नहीं
डेर नहीं, हराम नहीं
डर नहीं, आस्तान नहीं
बैठे हैं रहगुज़र पे हम
गैर हमें उठाएं क्यों
दिल ही तो है ना संग-ओ-खिश्त
दर्द से भर ना आए क्यों

ग़ालिब-ए-ख़ास्ता के बग़ैर
कौन से काम बैंड है
ग़ालिब-ए-ख़ास्ता के बग़ैर
कौन से काम बैंड है
रोये ज़ार-ज़ार क्या
कीजिए हाय-हाय क्यों
दिल ही तो है ना संग-ओ-खिश्त
दर्द से भर ना आए क्यों
रॉयंगे हम हजार बार
कोई हमें सताए क्यों

Wissenswertes über das Lied Dil Hi To Hai [extended] von Jagjit Singh

Wer hat das Lied “Dil Hi To Hai [extended]” von Jagjit Singh komponiert?
Das Lied “Dil Hi To Hai [extended]” von Jagjit Singh wurde von Ghalib Mirza, Jagjit Singh komponiert.

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