Koi Dost Hai Na Raqueeb

Rana Sahri

कोई दोस्त है न रक़ीब है
कोई दोस्त है न रक़ीब है
कोई दोस्त है न रक़ीब है
तेरा शहर कितना अजीब है, ऐ ऐ ऐ
कोई दोस्त है न रक़ीब है

वो जो इश्क़ था वो जुनून था
वो जो इश्क़ था वो जुनून था
ये जो हिज्र है ये नसीब है
ये जो हिज्र है ये नसीब है
ये जो हिज्र है ये नसीब है, ऐ ऐ ऐ
कोई दोस्त है न रक़ीब है

यहाँ किस का चेहरा पढ़ा करूँ
यहाँ किस का चेहरा पढ़ा करूँ
यहाँ कौन इतना क़रीब है
यहाँ कौन इतना क़रीब है
यहाँ कौन इतना क़रीब है, ऐ ऐ ऐ
तेरा शहर कितना अजीब है

मैं किसे कहूँ मेरे साथ चल
मैं किसे कहूँ मेरे साथ चल
यहाँ सब के सर पे सलीब है
यहाँ सब के सर पे सलीब है
यहाँ सब के सर पे सलीब है, ऐ ऐ ऐ
कोई दोस्त है न रक़ीब है
कोई दोस्त है न रक़ीब है
तेरा शहर कितना अजीब है, ऐ ऐ ऐ
कोई दोस्त है न रक़ीब है

Wissenswertes über das Lied Koi Dost Hai Na Raqueeb von Jagjit Singh

Wer hat das Lied “Koi Dost Hai Na Raqueeb” von Jagjit Singh komponiert?
Das Lied “Koi Dost Hai Na Raqueeb” von Jagjit Singh wurde von Rana Sahri komponiert.

Beliebteste Lieder von Jagjit Singh

Andere Künstler von World music