Muskurakar Mila Karo Humse

IBRAHIM ASHK, JAGJIT SINGH

मुस्कुरा कर मिला करो हुंसे
मुस्कुरा कर मिला करो हुंसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हुंसे

बात करने से बात बढ़ती है
बात करने से बात बढ़ती है
रूज बाते किया करो हमसे
रूज बाते किया करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे

दुश्मनी से मिलैगा क्या तुमको
दुश्मनी से मिलैगा क्या तुमको
दोस्त बनकर रहा करो हमसे
दोस्त बनकर रहा करो हमसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हुंसे

देख लेते है सात पर्दो में
देख लेते है सात पर्दो में
या ना परदा किया करो हमसे
या ना परदा किया करो हमसे
मुस्कुरा कर मिला करो हुंसे
कुछ कहा और सुना करो हमसे

Wissenswertes über das Lied Muskurakar Mila Karo Humse von Jagjit Singh

Auf welchen Alben wurde das Lied “Muskurakar Mila Karo Humse” von Jagjit Singh veröffentlicht?
Jagjit Singh hat das Lied auf den Alben “Khamoshi” im Jahr 2008, “Aaeena” im Jahr 2008, “Top 10 Ghazal By Jagjit Singh” im Jahr 2013 und “Timeless Classics” im Jahr 2014 veröffentlicht.
Wer hat das Lied “Muskurakar Mila Karo Humse” von Jagjit Singh komponiert?
Das Lied “Muskurakar Mila Karo Humse” von Jagjit Singh wurde von IBRAHIM ASHK, JAGJIT SINGH komponiert.

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