Pareshan Raat Sari Hai Sitaron Tum To So Jao

Qateel Shifai, Jagjit Singh

परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
सुक़ूत ए मर्ग तारी है सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
सुक़ूत ए मर्ग तारी है सितारो तुम तो सो जाओ

हमें तो आज की शब पौ फटे तक जागना होगा
हमें तो आज की शब पौ फटे तक जागना होगा
यही क़िस्मात हमारी है सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
सुक़ूत ए मर्ग तारी है सितारो तुम तो सो जाओ

हमें भी नींद आ जायेगी हम भी सो ही जायेंगे
हमें भी नींद आ जायेगी हम भी सो ही जायेंगे
अभी कुछ बेक़रारी है सितारो तुम तो सो जाओ
परेशान रात सारी है सितारो तुम तो सो जाओ
सुक़ूत ए मर्ग तारी है सितारो तुम तो सो जाओ

Wissenswertes über das Lied Pareshan Raat Sari Hai Sitaron Tum To So Jao von Jagjit Singh

Wer hat das Lied “Pareshan Raat Sari Hai Sitaron Tum To So Jao” von Jagjit Singh komponiert?
Das Lied “Pareshan Raat Sari Hai Sitaron Tum To So Jao” von Jagjit Singh wurde von Qateel Shifai, Jagjit Singh komponiert.

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