Duur
Kamakshi Khanna, Sameer Rahat
लापता क्यूँ है बता तेरा-मेरा पता
ख़ामख़ाह क्यूँ हो गया धुँधला सा रास्ता
गहरे-गहरे पानी जैसे गहरे हैं ये पल
इस पल में डूबना था फिर क्यूँ तैरे हम
क्यूँ है दूर तू
क्यूँ है दूर तू
मेरे पास है तू मगर साथ है नहीं
पहचान है पर पहली सी बात है नहीं
गहरे-गहरे पानी जैसे गहरे हैं ये पल
इस पल में डूबना था फिर क्यूँ तैरे हम
क्यूँ है दूर तू
क्यूँ है दूर तू हा हो हा हो हा हो हा हो हा हो हा हो हा हो हा हो