Dil Besabraa
Prashant Mehta and Kammy, Jayant Sankla, Prashant Mehta
यह तेरा, एहसास है
जो मेरे, दिल के क़रीब
बन गयी, तू हर वजह
मेरे जीने की कहीं
रब्ब दी मेहेर है
तू जो इधर है
बन गया है दिल बेसबरा
दिल यह बेसबरा
दिल यह बेसबरा
मेरा ही ना रहा
दिल यह बेसबरा
जानता हूँ, कितने फ़ासले यहाँ
तू नही तो, मेरा कौन अपना यहाँ
जानता हूँ कितने फ़ासले यहाँ
तू नही तो मेरा कौन अपना यहाँ
मुझे तो, मिलना, बस एक बार था
क़ायदे इशाक़ में, गिरफ्तार था
रब्ब दी मेहेर है
तू जो इधर है
बन गया है दिल बेसबरा
दिल यह बेसबरा
दिल यह बेसबरा
मेरा ही ना रहा
दिल यह बेसबरा
दिल यह बेसबरा
मेरा ही ना रहा
दिल यह बेसबरा