Man Bawra Ye
मान बावरा ये मेरा
तुझको ही चाहे रे
तू ही है रहट इसकी
तू ही सता ये रे
पड़ता है ज़िक्र तेरा
इक पल मैं सौ दफ़ा
दिन रात ख्वाब तेरे
साथ मैं सज़ाए रे
बस ढूंड तेरा पता
हो करके खुद लापता
साझे ना समझा ने से
करता है बस ये ख़ाता
ऊ हो हो तेरी बातों मैं
तेरी यादों मैं
दिल डूबा जो मेरा
आब हो गया सब तेरा
तेरी बातों मैं
तेरी यादों मैं
दिल डूबा जो मेरा
आब हो गया सब तेरा
तू ही मेरे रूबरू है
तू ही मेरे ख्वाबों मैं
आयात के जैसी है तू
दिल की किताबों मैं
हो.. सबसे हसीन है तू
दोनो जाहानो मैं
तुझको मैं ले चालू
डोर आसमानो मैं
ले जाए साजन ना ते
कहे दूँगी फिर भी मैं ना
तेरे बिन है जीना गुन्हा
हो जौन तुझमे मैं फनाः
ऊ हो हो तेरी बातों मैं
तेरी यादों मैं
दिल डूबा जो मेरा
आब हो गया सब तेरा
इश्क़ ही नाचे इश्क़ नचाए
इश्क़ का डार्मन हरा ही
मेरा मुझमे कुछ ना रहा आब
सब कुछ तुमपे वारा ही
इश्क़ ही नाचे इश्क़ नचाए
इश्क़ का डार्मन हरा ही
मेरा मुझमे कुछ ना रहा आब
सब कुछ तुमपे वारा ही
इश्क़ ही नाचे इश्क़ नचाए
इश्क़ का डार्मन हरा ही
मेरा मुझमे कुछ ना रहा आब
सब कुछ तुमपे वारा ही