Khoon
[Khayek "Khoon" के बोल]
[Intro]
खून का है मेरे सर पे मटका ये भरा (Hmm)
मक्खी मालिक भिन-भिनाये सारा ये जहां (तारारा)
सारे यहाँ खून पीते, कैसा ये नशा? (पता नहीं)
आजा मैं भी नस दबाऊं, खेल रंगों का (श्श)
मरने वाला मरके बोले, जलती ये चिता पर पैसा वे किधर है?
[Chorus]
खून की है होली खेले सारा ये जहां (होली है)
आजा तुझको मैं भिगा दूं रंगों में यहाँ (आजा ना)
डरती क्यूं है? आजा मुझको सीने से लगा (लगा ले)
कल का साला क्या भरोसा? मैं भी हूँ बिछा, यहीं पे कहीं
[Verse]
मोहल्ले से गुज़रा, वो छत पे है खड़ी
मुझे तिरछी नज़रों से देखे भी नहीं (देखे भी नही)
डरती है बापू से अपने, हलाल न कर दे मुझे आज यहीं
ये मज़हब में क्या रखा? (क्या रखा?)
धर्मों में क्या रखा?
जब दो दिल मिलते ना इंसान बराबर का
मां ने कहा था "धर्मों में है प्यार पक्का"
मैंने तो ना देखा
अब तो मैं मांग भरूं तेरी
गला कटे चाहे, मरने की साली ये तलब ही अलग है
लाला सुन, लाला सुन, नमस्ते बोलूं या अस्सलामुअलैकुम?
नाचे ये सारे गम, दिमाग की तारें बंद
गोली जो निकली तो सालें निशाने हम
समाज की कश्ती में बहते किनारे गुम
जब तक सांसें हैं चलती, हिलाते दुम
कायर ना होता मैं साबित बता दू यूं
गले पे लटकी तलवारें और मेरी ज़ुबान पे तू
[Bridge]
मालिकन-मालिकन, तू मेरी मालिकन-मालिकन
तू मेरी मालिकन-मालिकन, तू मेरी मालिकन-मालिकन
[Chorus]
खून की है होली खेले सारा ये जहां
आजा तुझको मैं भिगा दूं रंगों में यहाँ
डरती क्यूं है? आजा मुझको सीने से लगा
कल का साला क्या भरोसा? मैं भी हूँ बिछा, यहीं पे कहीं