Dracula
आज रातों में निकलेगी गाड़ी
जेबों में है पैसा अँधा पर दिल है खाली
जाना तेरी यादें मुझे छोड़ के नि जा रही
कोई तो मिटा दो
आज रातों में निकलेगी गाड़ी
जेबों में है पैसा अँधा पर दिल है खाली
जाना तेरी यादें मुझे छ्चोड़ के नि जा रही
कोई तो मिटा दो
यह कैसा बनाया खेल के जल गये हम दोनों
यह कैसा कराया मेल बिछड़ गए हम दोनों
हुआ किस्मत का था फेर ना घर गये हम दोनों
आज मैं बन गया वो इंसान के दर गये हम दोनों
आए
सुना है मैने मेले लगते हैं दुनिया में
बुरा करें तो सच्ची नज़रें नई मिलती
अब हमसे वो भी सेयेल नज़रों के शेर कहें
दफ़न बंदो की जिन्हे खबरें नई दिखती
आज तेरा किंग जहाँ खड़ा चक्का जाम
तौरा है पूरा मेरी ज़िंदगी नई आम
अफवाहों पे क्यूँ रखती नज़र
मेरी बाहों में पड़ा है सच पूरा सरेआम
मेरी आखें हैं लाल जैसे
सदियों से सोई ना हों
दिखूं मैं खुश जैसे
कोई चीज़ खोई ना हो
आके सुना दो कोई यह सच्ची खबर
वो मुझे छ्चोड़ के है खुश
मेरे लिए कभी रोई ना हो
हाँ मुझे याद तेरे बिना क्या सफ़र रहा
मैं वफ़ादार बस इश्स बात का सबर रहा
सुना अफवाह यह निकली सच तेरी ज़िंदगी में
मैं रहा नही पर मेरे नाम का असर रहा
हो आज काफ़ी दुखा मन है
हो नशा पूरा आखें बंद हैं
हो सब जानते यह बात
राजा तेरे लिए हुआ बदनाम मेरी जाना
आज रातों में निकलेगी गाड़ी
जेबों में है पैसा अँधा पर दिल है खाली
जाना तेरी यादें मुझे छ्चोड़ के नि जा रही
कोई तो मिटा दो
आज रातों में निकलेगी गाड़ी
जेबों में है पैसा अँधा पर दिल है खाली
जाना तेरी यादें मुझे छ्चोड़ के नि जा रही
कोई तो मिटा दो
हो आज काफ़ी दुखा मन है
हो नशा पूरा आखें भांड हैं
हो सब जानते यह बात
राजा तेरे लिए हुआ बदनाम
हो आज काफ़ी दुखा मन है
हो नशा पूरा आखें भांड हैं
हो सब जानते यह बात
राजा तेरे लिए हुआ बदनाम मेरी जाना