Jaam Woh Hai Jo Bhar Ke

Sameer

जाम वो है जो भर के छलकता है छलकता है
जाम वो है जो भर के छलकता है छलकता है
प्यार वो है जो आँखों से झलकता है झलकता है
जाम वो है जो भर के छलकता है छलकता है
प्यार वो है जो आँखों से झलकता है झलकता है
जाम वो है जो भर के छलकता है छलकता है

लहरों को कभी ना छुपा पायेगा समंदर
लहरों को कभी ना छुपा पायेगा समंदर
रौशनी कभी ना छुपेगी शमा के अन्दर
रौशनी कभी ना छुपेगी शमा के अन्दर
चेहरा खामोश आईने में उतर जाएगा
रंग खुशबु का हवाओ में बिखर जाएगा
हो बिखर जाएगा
फूल वो है जो खिल के महकता है, महकता है
फूल वो है जो खिल के महकता है, महकता है
प्यार वो है जो आँखों से झलकता है, झलकता है
जाम वो है जो भर के छलकता है, छलकता है

प्यार की चाहत की नई रौशनी दिखाने
प्यार की चाहत की नई रौशनी दिखाने
आया हूँ दिलो से मैं तों नफरतें मिटाने
आया हूँ दिलो से मैं तों नफरतें मिटाने
सारी दुनिया से तों हम दोस्ती निभाएंगे
प्यार का गीत सारी उम्र गुनगुनायेंगे
हो गुनगुनायेंगे
साज वो है जो नगमो पे खनकता है, खनकता है
साज वो है जो नगमो पे खनकता है, खनकता है
प्यार वो है जो आँखों से झलकता है, झलकता है
जाम वो है जो भर के छलकता है, छलकता है
प्यार वो है जो आँखों से झलकता है, झलकता है
जाम वो है जो भर के छलकता है, छलकता है

Wissenswertes über das Lied Jaam Woh Hai Jo Bhar Ke von Kumar Sanu

Wer hat das Lied “Jaam Woh Hai Jo Bhar Ke” von Kumar Sanu komponiert?
Das Lied “Jaam Woh Hai Jo Bhar Ke” von Kumar Sanu wurde von Sameer komponiert.

Beliebteste Lieder von Kumar Sanu

Andere Künstler von Film score