Patthar Pe Likhi Koi
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवानी बन जाऊं
अम्बर पे लिखा कोई
प्रेम तराना बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवाना बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
दिलबर देखो दिल की नज़र से
चेहरा कोई धडकनों में बसा है
हो पढ़के सुनाओ तुम ये फ़साना
अपना कोई दास्ताँ में छुपा है
सितारे वफ़ा के सदा झिलमिलायें
इन्हे ज़िन्दगी भर न हम भूल पाएं
अब तो यही है आरज़ू
अरमान है तुम्हे जिसका
मैं वह निशानी बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवाना बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
करनी है हमको इतनी मोहब्बत
सदियों जिसे न जहां भूल पाये
सबको भुलाया जग को भुलाया
तेरे सिवा न कोई याद आये
कहाँ आ गए हैं
कहाँ खो गए हैं
सभी रंजो ग़म से जुदा हो गए हैं
सच कहता हूँ दिलरूबा
तुम जाके जहाँ ठहरो
मैं वह ठिकाना बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवानी बन जाऊं
अम्बर पे लिखा कोई
प्रेम तराना बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवाना बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं