Naaz Hai Watan Pe
केसरिया चोला रंगवा दे या
रंग दे दे रंगरेज मुझे
मैं सरफरोशी करने चली अब
ना पेहना पाजेब मुझे
दिल मेरी जान वतन है मेरा
तुझ पे फिदा जान ओ तन है मेरा
तुझ पे फिदा जान ओ तन है मेरा
दिल मेरी जान वतन है मेरा
तुझ पे फिदा जान ओ तन है मेरा
तुझ पे फिदा जान ओ तन है मेरा
ए वतन तेरी मिट्टी
माथे पे सजा लूँ मैं
तुझे आंच ना आने दूँ
चाहें खुदकों मिटा दूँ मैं
तेरी गोद में सर रख कर
मैं चैन से सो जाऊन
ए मेरे वतन तुझे पर
ये जान लूटा दूँ मैं
जान ए वतन नमन है तुझे
नाज़ है वतन पे मुझे
जान ए वतन नमन है तुझे
नाज़ है वतन पे मुझे
वंदे मातरम
वंदे मातरम
वंदे मातरम
वंदे मातरम
मेरा वतन मेरी जान है
तुझ से मेरी पेहचान है
तुझ से मेरी पेहचान है
मेरा वतन मेरी जान है
तुझ से मेरी पेहचान है
तुझ से मेरी पेहचान है
खेतों मे गल्लियों में
चिड़ियों सा तू चेहके
चाहत है येही मेरी
गुलशन ये सदा मेहके
तेरी आन पे मर जाएँ
तेरी शान पे मर जाएँ
खुश नसीब है वो जो
देश के काम आयें
जान ए वतन नमन है तुझे
नाज़ है वतन पे मुझे
जान ए वतन नमन है तुझे
नाज़ है वतन पे मुझे