Pehli Baar Tere Mandir Mein
ANAND BAKSHI, LAXMIKANT PYARELAL
पहली बार तेरे मंदिर में
आया हूं ही रामी
पहली बार तेरे मंदिर में
आया हूं ही रामी
बिनती सुन ले बिनती सुन ले
सारा जीवन लुंगा तेरा नाम
पहली बार तेरे मंदिर में
आया हुं ही राम
पहली बार तेरे मंदिर में
आया हुं ही राम
अपने क्रोध की प्यास बुझायी
बहन के घर में आग लगाय
अपने क्रोध की प्यास बुझायी
बहन के घर में आग लगाय
मैं हूं जाने कैसा भाई
हर भाई के प्यार को
मैने कर डाला बदनामी
पहली बार तेरे मंदिर में
आया हूं ही राम
ये दुख मुझको मार ना दल
मेरी बहन का सुहाग बच्चा ले
मेरी बहन का सुहाग बच्चा ले
वर्ना सुन ले ओ रखवाले
वर्ना सुन ले ओ रखवाले
आज की श्याम मेरे जीवन की
होगी आखरी श्याम
पहली बार तेरे मंदिर में
आया हूं ही राम
बिनती सुन ले बिनती सुन ले
बिनती सुन ले बिनती सुन ले
हे राम हे राम
हे राम हे राम
हे राम हे राम
हे राम हे राम
हे राम हे राम