Toota Tara
Sanjeev Chaturvedi
ना ज़मीन चाहिये
ना फलक चाहिये
मुझको मेरे सनम की
झलक चाहिये
ना ज़मीन चाहिये
ना फलक चाहिये
मुझको मेरे सनम की
झलक चाहिये
उनसे बिछड़ा तो मैं
बंजारा बन गया
आसमान से टूटा हुआ
तारा बन गया
आसमान से टूटा हुआ
तारा बन गया
मुझसे मिला दे रब्बा
मेरे सोहने यार को
मत आज़मा तू ऐसे
मेरे इंतज़ार को
सीने में तेरे भी
दिल तो धड़कता होगा
क्युँ नहीं तू मिलने देता
दो दिलो के प्यार को
उनसे बिछड़ा तो दिल
बेसहारा बन गया
आसमान से टूटा हुआ
तारा बन गया
आसमान से टूटा हुआ
तारा बन गया आ
मेरा नसीब है वो
मेरा हबीब है
फासले है दरमियान पर
दिल के करीब है
तुझसे ये इल्तिजा है
एहसान इतना कर दे
यार से मिला सके ना
तो ये जान फ़ना कर दे
बिछड़ा तो मैं
बंजारा बन गया
आसमान से टूटा हुआ
तारा बन गया आ
आसमान से टूटा हुआ
तारा बन गया