Kahani Pyar Ki
यूँ तो है बाते बोहट
सी दिल की और दिलदार की
यूँ तो है बाते बोहट
सी दिल की और दिलदार की
आओ सुनाए हम तुम्हे
आज एक कहानी प्यार की
आज एक कहानी प्यार की
नादिया किनारे गाँव में
एक घुलमोहर की च्चाँव में
जब दो धड़कते दिल मिले
तब डाली पर घुल खिले
मोसां ने ली अंगदाइयाँ
गाने लगी तनहाईयाँ
र्हिं झिम फुहारो में मिलन
बरसात में दो जलते बदन
एक बेखुदी छ्चान गयी
शायद मिलन रुत आ गयी
चाँद था दिलदार का
और चाँदनी थी यार की
आज एक कहानी प्यार की
आओ सुनाए हम तुम्हे
आज एक कहानी प्यार की
आज एक कहानी प्यार की
तब एक अज़ाब किस्सा हुआ
ये प्यार भी सपना हुआ
पागल हवा ऐसी चली
डाली से बिच्छड़ी हर काली
वो एक अंधेरी रातथी
रोती हुई बरसात थी
दिल टूटनेका शोर था
वो आँसू ओ का ज़ोर था
मोसां उजाड़ के रह गये
दो दिल बिच्छाद के रह गये
लग गयी इश्स प्यार को भी
क्यूँ नज़र संसार की
आज एक कहानी प्यार की
आओ सुनाए हम तुम्हे
आज एक कहानी प्यार की
आज एक कहानी प्यार की
मैं सोचता हूँ जाने
क्यूँ सारे दीवाने प्यार के
एक दिन जुड़ा हो जाते है
दिल जीत के जान हार के
बर्बाद होती प्रीत है
दुनिया की क्यूँ ये रीत है
जब इश्क़ है खुद ही खुदा
होते है क्यूँ दो दिल जुड़ा
यूँ ही अगर बिच्छाड़ेंगेसब
एक दिन अकेला होगा रब
तब उससे मालूम होगा
खत क्या है प्यार की
आज एक कहानी प्यार की
आओ सुनाए हम तुम्हे
आज एक कहानी प्यार की
आज एक कहानी प्यार की
यूँ तो है बाते बोहट
सी दिल की और दिलदार की
आओ सुनाए हम तुम्हे
आज एक कहानी प्यार की
आज एक कहानी प्यार की