Pyar Ka Pehla Ishq Ka Doosra
प्यार का पहला
प्यार का पहला इश्क़ का दूसरा
और मोहब्बत का तीसरा
लबज़ अधूरा होता हैं
प्यार का पहला इश्क़ का दूसरा
और मोहब्बत का तीसरा
लबज़ अधूरा होता हैं
इश्स लिए हम आपको चाहते हैं
क्यूँ की चाहत का हर
लबज़ पूरा होता हैं
प्यार का पहला
रात की गलियों में पॅल्को
को बिच्छा कर क्या करे
रात की गलियों में पॅल्को
को बिच्छा कर क्या करे
अब किसी चेहरे को आँखों
में बसा कर क्या करे
दिल के आईने में ख्वाबो
को सज़ा कर क्या करे
आप ना जिसमें समिल हो
वो ख्वाब अधूरा होता हैं
प्यार का पहला
आज दुनिया घर की बाते
याद आए किस लिए
आज दुनिया घर की बाते
याद आए किस लिए
आप मेरे पास हैं
महफ़िल सजाए किस लिए
आप जब हैं सामने
सम्मे जलाए किस लिए
आप का आँचल ढालकते
ही सवेरा होता हैं
प्यार का पहला
आप का चेहरा हैं या
एक जगमगाती शाम हैं
आप का चेहरा हैं या
एक जगमगाती शाम हैं
आप का ये जिस्म हानि या
रोशनी का जाम हैं
ज़िंदगी में हैं जो भी
सब आप ही के नाम हैं
आप की पॅल्को को च्छू कर
हर सपना पूरा होता हैं
प्यार का पहला इश्क़ का दूसरा
और मोहब्बत का तीसरा
लबज़ अधूरा होता हैं
इश्स लिए हम आपको चाहते हैं
क्यूँ की चाहत का हर
लबज़ पूरा होता हैं प्यार का पहला