Yaad Mujhko Kaun Aaya
याद मुझको कौन आया रात भर
याद मुझको कौन आया रात भर
याद मुझको कौन आया रात भर
दिल जला तो बुझ ना पाया रात भर
एक ज़रा सी मुस्कुराहट का असर
एक ज़रा सी मुस्कुराहट का असर
चैन खोया दिल गवाया रात भर
याद मुझको कौन आया रात भर
यह हवा चुपकेसे आकर कह गयी
चाँदनी छत पर अकेली रह गयी
यह हवा चुपकेसे आकर कह गयी
चाँदनी छत पर अकेली रह गयी
तुमने क्यो यह दिल जलाया रात भर
तुमने क्यो यह दिल जलाया रात भर
दिल जला तो बुझ ना पाया रात भर
याद मुझको कौन आया रात भर
करवटें बेचैनिया लेती रही
नरम पलकें नाम मेरी होती रही
करवटें बेचैनिया लेती रही
नरम पलकें नाम मेरी होती रही
सोना चाहा सो ना पाया रात भर
सोना चाहा सो ना पाया रात भर
दिल जला तो बुझ ना पाया रात भर
याद मुझको कौन आया रात भर